खाजूवाला में नाबार्ड द्वारा आयोजित हुई समीक्षा बैठक, किसान उत्पादक संगठन के प्रतिनिधियों भी रहे मौजूद

खाजूवाला, भारत सरकार की योजना के अंतर्गत खाजूवाला में बने किसान उत्‍पादक संगठन के प्रनिधियों के साथ नाबार्ड जयपुर से पहुंचे अमीता शंखवाल तथा सहायक महाप्रबंधक, नाबार्ड बीकानेर द्वारा समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। समीक्षा बैठक के दौरान सभी उपस्थित किसानों को भारत सरकार की योजना से किसानों को होने वाले लाभ के बारे में विस्‍तार से बताया। नाबार्ड द्वारा किसानों को मिलने वाले अनुदान के बारे में तथा गत वर्षो में हुई प्रगति के साथ केन्‍द्र सरकार की योजनाओं के बारे में बताते हुए खाजूवाला के ज्‍यादा से ज्‍यादा किसानों को किसान उत्‍पादक संगठन से जोडने के बारे में निर्देशित किया गया। किसान उत्‍पादक संगठन के सदस्‍यों को केन्‍द्र सरकार की योजनाओं से जोडने के लिए किसानों के लिए जागरुकता कार्यकम का आयोजन किया जावे।

किसान उत्‍पादक संगठन के माध्‍यम से छोटे व मझौले किसानों को एकजुट करते हुए। उनकी आय में वृद्वि की जा सकती है तथा उनकी फसल का सही मूल्‍य मिले इसका प्रयास किया जा सकता है। लंबे समय से किसानों को उनकी फसल का उचित नहीं मिलने के कारण किसानों की आय में वृद्वि नहीं हो पा रही है।
रमेंश ताम्बिया तथा सुश्री अमिता द्वारा किसानों को सशक्‍त बनाने के लिए किसान संगठन के माध्‍यम से आगे लाने का प्रयास किया जा रहा है। खाजूवाला में सरसों के किसानों के लिए केन्‍द्र सरकार की योजना के अंतर्गत किसान उत्‍पादक संगठन बनाने का कार्य नाबार्ड द्वारा किया जा रहा है। सरसों उत्‍पादकों को किसान उत्‍पादक संगठन के सदस्‍य बनाने के लिए कैम्‍प का आयोजन 24, 25 तथा 27 सितम्‍बर 2022 को खाजूवाला में किया जावेगा। इस बैठक के साथ ही साथ खाजूवाला में राजस्‍थान मरुधरा ग्रामीण बैंक की शाखा में एसएचजी समूहों के ऋण वितरण तथा वसूली हेतु बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में नाबार्ड द्वारा एसएचजी केा समय समय पर आवश्‍यकतानुसार ऋण वितरण के लिए प्रेरित किया तथा स्‍वयं सहायता समूहो को बैंक ऋण को समय से चुकता करने हेतु निर्देशित किया। राजीविका तथा आरएमजीबी खाजूवाला क्षेत्र में एसएचजी समूहों के लिए विशेष् रुप से ऋण वितरण कार्यक्रम चला रहा है। जिसका परिणाम यह हुआ है कि खाजूवाला में एसएचजी समूहों को समय पर राजस्‍थानप मरुधरा ग्रामीण बैंक से ऋण् प्राप्‍त हो रहा है। इस दिशा में एसएचजी की महिलाओं को डिजीटल माध्‍यम से जोडने का कार्य भी नाबार्ड के माध्‍यम से किया जा रहा है। जिसकी समीक्षा की गई तथा एसएचजी को सशक्‍त करने के लिए अमीता शंखवाल द्वारा स्‍वयं सहायता समूहों को सशक्‍त करने हेतु अपना अनुभव साझा किया।