पूगल के व्यापारी से मांगी थी एक करोड़ रुपए की फिरौती, नाम व हुलिया बदल कर काटी फरारी
पूगल पुलिस एवं डीएसटी की संयुक्त कार्रवाई, चार माह से डीएसटी पड़ी थी आरोपी के पीछे
पूगल, पूगल थाना क्षेत्र में जनप्रतिनिधि व व्यापारी से एक करोड़ की फिरौती मांगने एवं फिरौती नहीं देने पर घर पर फायरिंग के मामले के मुख्य आरोपी को पूगल पुलिस एवं डीएसटी ने रविवार रात को दबोच लिया। आरोपी पुलिस से बचने के लिए बाजरे की फसल में छिप गया। पुलिस ने दो घंटे की मशक्कत के बाद उसे दबोच लिया।
पुलिस अधीक्षक योगेश यादव ने बताया कि पूगल थाना क्षेत्र के फलांवाली गांव निवासी जितेन्द्रसिंह उर्फ जीतू सिंह (29) पुत्र छगनसिंह राजपूत को जोधपुर के भोजासर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। आरोपी पुलिस की भनक लगते ही खेतों की तरफ भागा और बाजरी की फसल में छिप गया। बदमाश आदतन अपराधी है। उसके पास हथियार होने की आशंका के चलते पुलिस टीम ने भोजासर पुलिस के साथ मिलकर सावधानी से सर्च अभियान चलाया। करीब दो घंटे बाद उसे काबू किया जा सका। आरोपी पर दो हजार रुपए का इनाम भी घोषित था। उसे मंगलवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। पूगल एसएचओ महेश कुमार शिल्ला ने बताया कि आरोपी पूर्व में श्रीगंगानगर के जॉर्डन एवं सादुलशहर में प्रमोद सोनी हत्याकांड में आरोपी है। इसके अलावा भी दर्जनभर से अधिक थानों में उस पर मामले दर्ज हैं। कुख्यात अपराधी लॉरेंस गैंग के गुर्गे अंकित भादू का खास था। जनवरी 2019 में बदमाश अंकित भादू व जितेन्द्र सिंह ने जनप्रतिनिधि जयप्रकाश ज्याणी की गाड़ी रुकवाने की कोशिश की थी, लेकिन कामयाब नहीं हुए।
यह थी टीम:-
पूगल थानाधिकारी महेश कुमार शिल्ला, डीएसटी के हेड कांस्टेबल दीपक यादव, राजेन्द्र एवं भोजासर थाने के उपनिरीक्षक राजेन्द्र खदाव व कांस्टेबल रामेश्वर शामिल थे।
यह है मामला:-
पूगल थाना क्षेत्र में 20 मई को व्यापारी व जनप्रतिनिधि जयप्रकाश ज्याणी से लॉरेंस के नाम से डरा-धमका कर करोड़ रुपए की फिरौती मांगी गई। मना करने पर उसके घर पर फायरिंग की गई। तीन आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके हैं। मुख्य आरोपी जितेन्द्र फरार चल रहा था।
एसएचओ महेश कुमार ने बताया कि आरोपी पूगल में जनप्रतिनिधि व व्यापारी जयप्रकाश से फिरौती मांगने एवं घर पर फायरिंग करने का मास्टरमाइंड था। वारदात के बाद जम्मू-कश्मीर चला गया। वहां से हरिद्वार, हनुमानगढ़, नोहर, चूरू, जयपुर, जोधपुर, फलौदी, रामदेवरा व भोजासर में फरारी काटी। आरोपी कहीं पर भी सप्ताह से 10 दिन तक ही ठहरता। मोबाइल फोन का उपयोग नहीं करता था। जहां भी जाता, अपना नाम व हुलिया बदल लेता। जब पकड़ा गया, तो भिखारीनुमा बाल बढ़ा रखे थे और मैले कुचैले कपड़ों में था।