खाजूवाला, खाजूवाला क्षेत्र में एक बार फिर से अवैध जिप्सम का कारोबार जोरों पर है। यहां बिना लीज, बिना रवाना धड्डल्ले से जिप्सम निकाला जा रहा है। सफेद सोना कहलाने वाला इस जिप्सम खनिज की खाजूवाला क्षेत्र में भरपूर मात्रा है। जिसपर कई वर्षों से जिप्सम माफियाओं की नजर है। यहां धड्ल्ले से खातेदार भूमि में से जिप्सम निकाला जा रहा है और पुलिस व प्रशासन मौन रहता है। बार-बार शिकायत के बावजूद भी क्षेत्र में जिप्सम का अवैध कारोबार रूकने का नाम नहीं ले रहे है। ऐसे में ग्राम पंचायत 5 केवाईडी के चक 1 पीएचएम बी में भी खातेदार जमीन में से अवैध रूप से जिप्सम निकाला जा रहा है।

पूर्व सरपंच प्रतिनिधि भोजराज मेघवाल ने बताया कि ग्राम पंचायत 5 केवाईडी के चक 1 पीएचएम में अवैध रूप से खनन करके जिप्सम निकाली जा रही है। जिप्सम निकालने के लिए पिछले कई दिनों से एलएनटी मशीने, डम्फर व ट्रेलर चल रहे है। जिसके कारण पंचायत में बनी हुई ग्रेवल सड़के व डामर सड़के टूट रही है। जिससे ग्रामीण परेशान है। इस सम्बन्ध में प्रशासन को अवगत करवाया गया है लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। प्रशासन से मांग की गई है कि जो खातेदारी भूमि है जिसमें से अवैध रूप से जिप्सम निकाली जा रही है। जिससे सरकार को राजस्व का घाटा आ रहा है। मांग की है कि खातेदारी भूमि में कार्यवाही करते हुए खारिज की जाए।

डिग्गी की आड़ में जिप्सम का कारोबार
ग्राम पंचायत 5 केवाईडी के चक 1 पीएचएम में खातेदारी भूमि में किसान के खेत में डिग्गी बनाई गई है। डिग्गी खुदाई के समय वहां जिप्सम निकला है। जिसके बाद मंजूरसुदा डिग्गी तो बना ली गई पर उसी के पास में ही एक और खड्डा करके अवैध रूप से जिप्सम निकाला जा रहा है। जानकार लोगों ने बताया कि अभी तक यहां से लाखों रुपए का जिप्सम निकाला जा चुका है।

वर्जन
खाजूवाला के चक 1 पीएचएम में जिप्सम का अवैध रूप से खनन करने की सूचना मिली है। जिसपर पटवारी से रिपोर्ट ली जाएगी। अगर कोई खातेदारी भूमि से जिप्सम निकालता हुआ पाया जाता है तो उसकी खातेदारी निरस्ती के लिए उपखण्ड अधिकारी के पास रिपोर्ट पेश की जाएगी।
गिरधारी सिंह
राजस्व तहसीलदार, खाजूवाला