खाजूवाला, कच्चा आढ़तिया व्यापार संघ खाजूवाला ने शनिवार को प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर अनूपगढ़, रावला, खाजूवाला पूगल व बीकानेर को नए रेलमार्ग स्वीकृत करने की मांग की है। पत्र में अनूपगढ़ से खाजूवाला वाया घड़साना, रावला होते हुए पूगल, आरडी 682, नूरसर होकर जामसर रेल लाइन में सम्मिलित हो ऐसी नई-नई लाइन रेलवे प्रस्तावित कर सीमांत क्षेत्र की जनता और सुरक्षा बल के हितार्थ नई लाइन स्वीकृत करने की मांग की है।
संरक्षक रामकिशन कस्वां ने पत्र के माध्यम से अवगत करवाया कि भारत सरकार के प्रति गति एवं समुचित सबका विकास की परिकल्पना में इस नई रेल लाइन पश्चिमी राजस्थान के बॉर्डर एरिया में अच्छा साबित होगी। क्योंकि अनूपगढ़ से घड़साना, रावला व खाजूवाला राजस्थान का इंदिरा गांधी नहर परियोजना की बड़ी कृषि मंडियां है। जहां से लाखो टन अनाज पैदा होता है तथा पशुपालन, भेड़ पालन का व्यवसाय भी है। इन मंडियों और ग्वार की पैदावार लाखों टन होती है। विकसित क्षेत्र है और लाखों आबादी के विधानसभा क्षेत्र के साथ ही जिप्सम का भंडारण भी है। इस रेल रूट से विभाग को कतई नुकसान नहीं है।
पत्र में अवगत करवाया कि आजादी के 70 साल बाद भी इस इस क्षेत्र में रेल सेवा नहीं आई है। इस क्षेत्र में रेल लाइन आने से सेना की गतिविधियां बहुत शीघ्रता से निष्पादित की जा सकती है। इसी के साथ ही खाजूवाला क्षेत्र अनेक नहरो से जुड़ी हुई है एवं कृषि बहुत बड़ा भू-भाग है। इस रेल लाइन के आने से किसानों का फायदा होने वाला अनाज दूसरे राज्यों में भेजना संभव हो सकेगा। इस क्षेत्र में जिप्सम खनिज के भारी मात्रा उपलब्ध है। रेल लाइन आने से जिप्सम के काम में भी गति मिल सकती है तथा वही अन्य राज्यों में भेजे जाने वाले जिप्सम को सहजता से भेजा जा सकता है। व्यापार संघ द्वारा पत्र प्रधानमंत्री के साथ ही रेल मंत्री भारत सरकार, केंद्रीय राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, रक्षा मंत्री भारत सरकार, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी तथा डीआईजी बीएसएफ पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ को भी भेजे गए हैं।