खाजूवाला, आईजीएनपी नहर में सिंचाई पानी की मांग को लेकर किसानों के द्वारा खाजूवाला उपखंड कार्यालय पर 7 जनवरी से लगातार अनिश्चितकालीन रूप से धरना जारी है। ऐसे में कल होने वाली चंडीगढ़ में बीबीएमबी की बैठक से पहले आज किसानों ने सरकार और प्रशासन के सद्बुद्धि के लिए यज्ञ किया।
किसान मजदूर व्यापारी संघर्ष समिति के संरक्षक थानसिंह भाटी ने कहा कि आईजीएनपी नहर में सिंचाई पानी की मांग को लेकर किसानों के द्वारा 7 जनवरी से लगातार खाजूवाला उपखंड कार्यालय के आगे अनिश्चितकालीन रूप से धरना प्रदर्शन जारी है। दो बार प्रशासन के साथ हुई वार्ता हुई लेकिन विफल रही। लेकिन अब किसानों की उम्मीद कल चंडीगढ़ में होने वाली बीबीएमबी की बैठक पर टिकी है। किसानों को उम्मीद है कि इस बैठक में राजस्थान के हिस्से का पानी मिलेगा और किसानों को सिंचाई के लिए पानी दिया जाएगा। ताकि किसानों के खेतों में खड़ी गेहूं चना व सरसों की फसल को पकाया जा सके। बैठक से पहले किसानों ने उपखंड कार्यालय पर सद्बुद्धि एक किया। इसके साथ ही संघर्ष समिति ने कहा की बीबीएम की बैठक में यदि किसानों को पर्याप्त मात्रा में सिंचाई पानी नहीं दिया जाता है तो आगामी किसानों का आंदोलन तेज किया जाएगा व किसान उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
पिछले 21 दिनों से उपखंड कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना जारी
इंदिरा गांधी नहर परियोजना में सिंचाई पानी की मांग को लेकर किसानों के द्वारा 7 जनवरी से खाजूवाला उपखंड कार्यालय पर धरना प्रदर्शन जारी है। ऐसे में किसानों के द्वारा दो बार उपखंड कार्यालय का घेराव भी किया जा चुका है। लेकिन सिंचाई पानी की मांग को लेकर किसानों की मांग का आज तक कोई समाधान नहीं हुआ। इस धरना प्रदर्शन के दौरान सिंचाई विभाग प्रशासन व किसानों के साथ दो बार वार्ता भी हुई। लेकिन पानी की मांग पर सहमति नहीं बनी और दोनों वार की वार्ता विफल रही। ऐसे में अब चंडीगढ़ में होने वाली बीबीएमबी की बैठक के बाद आगामी सिंचाई पानी की स्थिति कलियर होगी। किसानों का कहना है कि बैठक के बाद आगे आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
सद्बुद्धि यज्ञ में ये रहे उपस्थित
संघर्ष समिति के संरक्षक थान सिंह भाटी, भागीरथ ज्याणी, भुपराम भाम्भु, शिवदत्त सिगङ, मदन लाल पुनिया, मदनलाल गोदारा, प्रेम कुमार कुलड़िया, सरपंच चेतराम भाम्भु, मूलाराम कुकणा, अनिल कुमार विश्नोई, राधेश्याम गोदारा, जगदीश सियाग, पवन भादु, सहित सैकड़ों किसान उपस्थित रहें।