इ.गा.न.परियोजना में किसानों को एक बार 17 दिन के लिए पचास प्रतिशत नहरें बारी-बारी से चलाकर पानी देने की मांग

खाजूवाला, ई.गा.न.परियोजना के किसानों को एक बार 17 दिन के लिए पचास प्रतिशत नहरें बारी-बारी से चलाकर पानी देने की मांग राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ राजस्थान द्वारा मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर की है।
प्रदेश संयोजक नरेंद्र आर्य ने बताया कि ई.गा.न.परियोजना के किसानों को वर्तमान में 07 मार्च तक का तीन में से एक समूह में पानी उपलब्ध करवाया जाने का जल वितरण कार्यक्रम बना हुआ है। 7 बाद मेंं 21 मार्च तक अखबार के अनुसार पीने का पानी देने की योजना बनी है। बाद मेंं नहर के दुरस्तीकरण कि योजना के कारण ७० दिनों के लिए बंदी का प्रावधान किया गया है। आगे क्योंकि 70 दिन कि बंदी है इसलिए बांध मे न्युनतम पानी का लेवल भी 21-24 मार्च तक किया जा सकता है। जिसमें वर्ष 2016-17-18 को पोंग डेम का लेवल फिलिंग पीरियड शुरू होने वाले दिन इस प्रकार रहा है। जिसके तहत 20 मई 2016 सुबह 6 बजे लेवल 392.21 मीटर, (१286.77 फीट) क्षमता 0.582 बी सी एम, 21 मई 2017 सुबह 6 बजे लेवल 394.70 मीटर(1294.94फीट), क्षमता 0.827 बीसीएम, 20 मई 2018 सुबह 6 बजे लेवल 392.64 मीटर, (1288.18 फीट) क्षमता 0.622 बी सी एम एवं 25 फरवरी को 2016-17 -18 को लेवल इस प्रकार रहा था एवं 28 मार्च तक सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध करवाया गया था। 402.03 मीटर(1318.99फीट )1.625 25-02-2021 गुरुवार सुबह छ बजे है। क्योंकि 24 मार्च के बाद बंदी रहने वाली है। इसलिए 24 को ही जलवितरण पीरियड समाप्त हो जाएगा। इसलिए बांध 1280 फीट तक भी 24 मार्च तक खाली करना पड़े तो भी पानी न देने से किसानों को होने वाले नुकसान के मुकाबले कुछ भी नहीं है। अत: 07 मार्च से 24 मार्च तक 17 दिन के लिए चार मेंं से दो समूहों में पानी देने से फसल भी बच सकती एवं पीने का पानी भी संग्रह हो सकेगा। अन्यथा न तो पीने का पानी संतोषजनक संग्रह हो सकेगा एवं फसलोत्पादन पर बहुत बहुत गिरावट आएगी।